आखिरकार इस कानून को लागू करने के पीछे का असली मकसद क्या है। आपको याद होगा कि स्टेट बैंक इंडिया ने कर दिया था कि जिन लोगों ने सीक्रेट तरीके से चुनावी चंदा दिया है।